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फोटो स्रोत: बीबीसी यूके |
दरअसल बात यह है कि आस्ट्रेलियाई मूल के तेज गेंदबाज मिच क्लेडन ने इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में बॉल को चमकाने के लिए हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर लिया। यह घटना पिछले महीने हुए एक मैच की थी। यह मैच ससेक्स और मिडिलसेक्स की टीमों के बीच खेला गया था। जिसके बाद मामले की जांच में इंग्लिश एण्ड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने उन्हे दोषी पाया और ससेक्स क्रिकेट क्लब ने मिच क्लेडेन को सस्पेन्ड कर दिया। ससेक्स ने अपनी वेबसाईट पर कहा कि, ‘‘मिच क्लेडन को हमारे मैच में मिडिलसेक्स के खिलाफ बॉल पर हैंड सैनिटाइजर लगाने के ईसीबी आरोप के बाद सस्पेंड कर दिया गया है। अब इस मामले में आगे कोई टिप्पणी नहीं की जाएगी।’’
थूक के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध-
सामान्य तौर पर खिलाड़ी मैच के दौरान बॉल को चमकने के लिए अपने थूक का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कोरोना के चलते आईसीसी की गाइड्लाइन के मुताबिक अब बॉल चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि खिलाड़ी इसके लिए पसीने का इस्तेमाल कर सकते हैं। आईसीसी ने थूक की जगह किसी भी कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की मंजूरी बॉल चमकाने के लिए नहीं दी है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के बोर्ड ने पसीने के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा रखा है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए किसी भी तरह से बॉल चमकाने पर प्रतिबंध है।