अमेरिका के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर कीथ क्रैच शुक्रवार को ताइवान की राजधानी ताईपे पहुंचे। वे डोनाल्ड ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन में अंडर सेक्रेटरी के पद पर तैनात है। अमेरिका के इस कदम से चीन नाराज हो गया है। उसने इसे भड़काने वाला कदम करार दिया है।
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फोटो स्रोत: सीएनएन |
अमेरिका के इस अधिकारी ने शुक्रवार को स्वशासित ताइवान के नेताओं से मुलाकात की, वहीं दूसरी ओर इस दौरान चीनी सेना ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए ताइवान के हवाई क्षेत्र मे लड़ाकू जेट समेत 18 जहाजों को उड़ाया। दक्षिण चीन सागर में दबाव बनाने के प्रयासों के तहत चीन ने ताइवान के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की है। इससे पहले कीथ की यात्रा से 24 घंटे पहले भी चीन के दो फाइटर जेट ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसे थे। तब ताइवान की वायुसेना ने इन्हे खदेड़ दिया था।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हमारी वायुसेना ने चीनी विमानों की आवाजाही पर नजर रखी। वहीं चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता वांग वेबिन ने कहा कि अमेरिका और ताइवान को फौरन अफसरों की यात्राओं पर रोक लगानी चाहिए। हम इसे भड़काऊ कार्रवाई के तौर पर देख रहे हैं।
ताईपे में कीथ क्रैच ने ताइवान के आर्थिक मामलों के मंत्री और उप प्रमुख के साथ मुलाकात की। उन्होंने उद्योग जगत के नेताओं से भी बात की और ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन के साथ भोजन किया। कीथ शनिवार को ताईपे में देश के पूर्व राष्ट्रपति ली तेंग के स्मारक के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे। चीन ली को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है क्योंकि ली ने ही ताइवान के चीन से अलग होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
गौरतलब है कि अमेरिका ने चीन के खिलाफ ताइवान को हर संभव मदद देने का वादा किया है। अगस्त में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ताइवान को आश्वस्त करते हुए कहा था कि ताइवान को किसी के दबाव में आने की जरूरत नहीं है। उसे अमेरिकी मदद हर हाल में मिलती रहेगी। तब अमेरिका के हेल्थ और ह्यूमन सर्विस सेक्रेटरी अलेक्स अजार ताईवान की यात्रा पर आए थे।