कौन हैं हरीश साल्वे? जिनकी शादी में शामिल हुआ भगौड़ा ललित मोदी

वह केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में गठित की गई वन नेशन – वन इलेक्शन कमेटी के भी सदस्य हैं। 68 साल की उम्र में शादी कर रहे साल्वे देश के सबसे महंगे वकीलों में शुमार होते हैं। बताया जाता है कि उनकी एक दिन की फीस 6 से 15 लाख रुपये तक आती है। आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े हुए कुछ महत्वपूर्ण पहलू –

बचपन में इंजीनियर बनना चाहते थे साल्वे

हरीश साल्वे का जन्म महाराष्ट्र के नागपुर जिले में 22 जून 1955 को हुआ था। उनके दादा पीके साल्वे मशहूर क्रिमिनल लॉयर थे। वहीं उनके पिता एनकेपी साल्वे कांग्रेस के नेता और केंद्रीय मंत्री भी रह चुके है। वे बीसीसीआई के अध्यक्ष भी थे, वहीं उनकी मां अंब्रिती साल्वे एक डॉक्टर थी।

किताब लीगल ईगल्स के अनुसार हरीश साल्वे बचपन में इंजीनियर बनना चाहते थे। हालांकि कॉलेज में आने के बाद वे चार्टर्ड अकाउंटेंट्स बनने की तैयारी करने लगे थे। हालांकि इसमें वह दो बार असफल रहे। बाद में जाने माने वकील नानी अर्देशर पलखीवाला के कहने पर वह कानून की पढ़ाई करने लगे।

कुलभूषण जाधव का केस लड़ने के बाद आए चर्चा में

हरीश साल्वे पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से बंधक बनाए गए भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी और व्यापारी कुलभूषण जाधव का केस लड़ने के बाद चर्चा में आए थे। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में इस केस के लिए साल्वे ने सिर्फ एक रुपए की फीस ली थी और अपनी दमदार दलीलों से विरोधी पक्ष को चित्त कर दिया था।

हरीश साल्वे वकालत के अलावा संगीत का शौक भी रखते हैं। वह काफी अच्छा पियानो बजा लेते हैं।

दिलीप कुमार थे पहले क्लाइंट

हरीश कुमार ने एक बार खुलासा किया था कि वकालत में उनके पहले क्लाइंट मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार थे। दरअसल इस केस में हरीश साल्वे अपने पिता की मदद कर रहे थे। उस समय दिलीप कुमार पर से से अधिक संपत्ति रखने का आरोप लगा था और आयकर विभाग ने उन्हें बकाया टैक्स के साथ साथ भारी जुर्माना भरने के लिए बोला था। बाद में यह मामला ट्रिब्यूनल और हाईकोर्ट से होते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था।

अपने करियर के शुरुआती दिनों में हरीश साल्वे ने मशहूर वकील नानी अर्देशर पलखीवाला के सहायक के रूप में काम किया और कानून के दांव पेंच सीखे। उन्हें अपने पिता के संपर्कों का भी काफी लाभ मिला जो उनके वकालत करियर में काफी उपयोगी साबित हुआ।

हिट एंड रन मामले में सलमान खान के वकील रहे

हरीश साल्वे, 2015 के हिट एंड रन मामले में अभिनेता सलमान खान के भी वकील रहे। इस मामले में कोर्ट ने सलमान को 5 साल कैद की सजा सुनाई थी। बाद में हरीश साल्वे ने सलमान के वकील के तौर पर पक्ष रखा और सलमान को जमानत दिलवाई थी।

साल्वे के बड़े केसों में वोडाफोन केस सबसे प्रमुख है। इसी केस के बाद से उन्हे लगभग अजेय माना जाने लगा था। वोडाफोन मामले में उन्होंने कंपनी को 14200 करोड़ की कथित टैक्स चोरी में सरकार के खिलाफ जीत दिलाई थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलटते हुए कहा था कि सरकार को कंपनी के विदेश में किए गए लेनदेन पर टैक्स लेने का अधिकार नहीं है।

कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान के खिलाफ दी दमदार दलीलें

साल्वे ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में भारत सरकार की ओर से कुलभूषण जाधव का पक्ष रखते हुए दमदार दलीलें दी थी। दरअसल कुलभूषण जाधव भारतीय सेना के एक पूर्व अधिकारी हैं जो ईरान में व्यापार का काम करते थे। उन्हें पाकिस्तानी आईएसआई ने ईरान से अपहरण कर लिया और आतंकवाद के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी। इसके बाद भारत सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का रुख किया और हरीश साल्वे को जाधव का वकील नियुक्त किया। तब साल्वे ने इस मामले में भारत सरकार से सिर्फ एक रुपया फीस ली थी।

68 साल की उम्र में की तीसरी शादी, ललित मोदी के पार्टी में शामिल होने पर विवाद

साल्वे ने 68 साल की उम्र में अपनी ब्रिटिश महिला मित्र ट्रिना से रविवार, 3 सितंबर को तीसरी शादी रचाई। इस दौरान आयोजित की गई पार्टी में उद्योगपति मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी, सुनील मित्तल से लेकर भारत में बैंको को चूना लगाने के आरोपों का सामना कर रहे ललित मोदी भी शामिल हुए।

ललित मोदी के इस पार्टी में शामिल होने से विवाद गहरा गया है। विपक्षी दलों और पत्रकारों ने भगौड़े ललित मोदी के इस तरह से भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल की शादी की पार्टी में शामिल होने पर सवाल उठाए हैं। लोग इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाना बना रहे हैं क्योंकि हरीश साल्वे ना केवल उनके अच्छे दोस्त हैं बल्कि हाल ही में गठित वन नेशन – वन इलेक्शन कमेटी के सदस्य भी हैं।