भगवान राम असली मर्द थे तो बाली से आमने सामने की लड़ाई क्यूँ नहीं की – ढोंगी रामपाल का चेला फैला रहा सनातन धर्म के बारे में अनर्गल बातें

भगवान राम असली मर्द थे तो बाली से आमने सामने की लड़ाई क्यूँ नहीं की - ढोंगी रामपाल का चेला फैला रहा सनातन धर्म के बारे में अनर्गल बातें
डिसक्लेमर – इस लेख में भगवान राम के बारे में अनेकों अनर्गल बातें सम्मिलित है, जो कि ढोंगी सजायाफ्ता रामपाल के एक चेले द्वारा फैलाई जा रही हैं। पाठक कृपया विवेक से काम लें।

हिन्दी की एक मशहूर कहावत है, घर का भेदी लंका ढाए। जाहिर है ये कहावत रावण के भाई विभीषण के भगवान राम का साथ देने पर आधारित है। कुछ लोग तो ये तक दावा करते हैं कि अगर विभीषण साथ नहीं देता तो शायद भगवान द्वारा रावण पर विजय प्राप्त कर पाना मुश्किल था। खैर, यहाँ हम यह बात नहीं कर रहे कि विभीषण के बिना भगवान राम को रावण पर विजय मिलती या नहीं। हम बात कर रहे हैं सनातन धर्म के ही कुछ ऐसे विभीषणों के बारे में जो खुद को धर्मगुरु होने का दावा करते हैं, लेकिन उनके विचार सनातन के सिद्धांत से दूर दूर तक मेल नहीं खाते।

ये धर्मगुरु जिन्हे संस्कृत भाषा का लेशमात्र भी ज्ञान नहीं है, सनातन शास्त्रों के ज्ञाता होने के दावा करते हैं और अपनी मनमानी व्याख्या के द्वारा सनातन संस्कृति को लगातार चोट पहुंचा रहे हैं। वहीं इनके कुछ चेले चपाटे इनसे भी आगे निकल गए और इन धर्मगुरुओं को ही भगवान बताने लगे। यहाँ तक कि सनातन शास्त्रों के अनुसार परम ब्रह्म भगवान के रूप में जिनकी हम पूजा करते हैं उनका भी तिरस्कार ये लोग लगातार सोशल मीडिया पर कर रहे हैं।

आज के इस लेख में हम ऐसे ही एक धर्मगुरु रामपाल की बात कर रहे हैं, जो खुद तो देशद्रोह से लेकर अन्य कई जघन्य मामलों में उम्रकैद की सजा काट रहा है, लेकिन उसके चेले उसे भगवान बनाए फिर रहे हैं। आज हम रामपाल के चेलों द्वारा फैलाए जा रहे ऐसे ही कुछ अनर्गल दुष्प्रचार के बारे में बात करेंगे।

भगवान राम को भगवान तो छोड़िए बलवान तक मानने से इनकार कर रहा रामपाल का चेला

हाल ही में हमने रामपाल के एक चेले की वीडियो देखी जिसमें वह भगवान राम पर अशिष्ट व अशोभनीय टिप्पणियाँ कर रहा है। ढोंगी रामपाल के इस चेले के अनुसार भगवान राम अगर भगवान होते तो वो अपनी सीता का खुद ही पता लगा लेते। इस निर्लज्ज ढोंगी के अनुसार भगवान राम तो बलवान भी नहीं थे। यह आदमी प्रश्न उठाता है कि अगर भगवान राम इतने ही ताकतवर थे तो बाली के साथ आमने सामने का युद्ध क्यूँ नहीं किया? यह आदमी अशिष्टतापूर्ण शब्दों का प्रयोग करते हुए भगवान राम को संबोधित करता है कि अगर वह इतने ही बड़े बलवान थे तो बाली को कायरता से पेड़ के पीछे छुपकर क्यूँ मारा? यह निहायत ही घटिया लहजे में भगवान राम को संबोधित करता है कि अगर असली मर्द होते तो आमने सामने लड़ते बाली से।

इस वीडियो में आगे बोलते हुए यह आदमी दावा करता है कि भगवान राम को अच्छे से पता था कि बाली तुझे गाजर मूली की तरह उखाड़ के फेंक देगा। इसीलिए भगवान राम ने बाली पर छुपकर वार किया। इसके अनुसार अगर राम भगवान था या सर्वशक्तिमान था तो बाली को मारता आमने सामने की लड़ाई में।

अपनी निर्लज्जता को और आगे बढ़ाते हुए ये घटिया आदमी कहता है कि राम अगर भगवान था तो रावण को सीधे क्यूँ नहीं मारा, उसे तो बाली की तरह कोई शक्ति भी प्राप्त नहीं थी कि रावण के सामने कोई युद्ध करेगा तो आधी शक्ति रावण में आ जाएगी। जाता रावण को मारने अकेले, क्यूँ बेचारे लाखों करोड़ों वानरों की सेना मरवा दी अपनी औरत के लिए।

निर्लज्जता की पराकाष्ठा, रावण भगवान राम से ज्यादा बलवान था क्यूंकी वह बिना समुद्र पर सेतु बनाए अकेले ही सीता को उठा ले गया

ढोंगी रामपाल के इस ढोंगी चेले के अनुसार रावण सीता को उठाने अकेले ही आया था और उसे इसके लिए किसी तरह के सेतु बनाने की भी जरूरत नहीं पड़ी। इस तर्क के आधार पर यह आदमी दावा करता है कि रावण भगवान राम से अधिक शक्तिशाली था। रावण तो अकेले आकर बिना लाखों करोड़ों की सेना के अकेले ही सीता को उठाकर ले गया।

यह आदमी सनातन पर प्रश्न उठाते हुए कहता है जिस राम को तुम भगवान कहते हो और दावा करते हो कि “दुनिया चले ना श्रीराम के बिना”, तो सीता कैसे चली गई बिना राम के। इसके अनुसार समस्त हिन्दू सनातनी फोकट में झूठी महिमा करते हैं राम की।

भगवान राम अगर इतने ही बड़े बलवान थे तो रावण की तरह अकेले ही जाते सीता को लेने

ढोंगी रामपाल का यह चेला आगे वीडियो में कहता है कि वह तब मानता कि राम भगवान थे जब राम खुद अकेले जाते और सीता माता को अकेले ही रावण के चंगुल से छुड़ा लाते। जिसको ये नहीं पता कि मेरी सीता को कौन ले गया, जो अकेले जाकर अपनी औरत को ला नहीं सकता, अपनी इज्जत रक्षा के लिए अपनी औरत की अग्नि परीक्षा ले रहा है और उसके बाद में अश्वमेघ यज्ञ करके उसने सीता को जंगल में निकाल दिया।

आगे यह आदमी प्रश्न अनर्गल प्रलाप करते हुए कहता है कि श्रीराम को ये भी नहीं पता था कि लव और कुश उसके पुत्र हैं, जो वह यज्ञ का घोडा पकड़े जाने पर उनके साथ युद्ध करने चले गए। अशिष्ट शब्दों का प्रयोग करते हुए यह आदमी कहता है कि वह तो अंतर्यामी भी नहीं थे वरना पता कर लेते कि लव और कुश उनके खुद के पुत्र हैं।

इसके अनुसार भारत के 90 प्रतिशत हिन्दू इसलिए दुखी हैं क्योंकि वे भगवान राम कि पूजा करते हैं

अपनी घटिया मानसिकता का परिचय देते हुए यह आदमी आगे दावा करता है कि भारत के 90 प्रतिशत हिन्दू इसलिए दुखी हैं क्यूंकी वे भगवान राम, कृष्ण, ब्रह्मा, विष्णु, महेश या अन्य देवी देवताओं की पूजा करते हैं। भारत के अस्पतालों में हिन्दू इसलिए बीमार होकर जाते हैं क्यूंकी वे इन भगवानों की पूजा करते हैं।

इसके अनुसार इन भगवानों की पूजा करने का कोई फायदा नहीं है बल्कि किसी तत्वदर्शी संत की भक्ति करने पर ही हिंदुओं की समस्याओं का समाधान हो सकता है।

ढोंगी रामपाल को बताया वर्तमान का तत्वदर्शी संत, जो खुद अवैध गर्भपात सेंटर चलाने के आरोप में जेल में सड़ रहा

आगे यह आदमी हिंदुओं की दुर्दशा का समाधान बताते हुए कहता है कि इसके लिए उन्हे किसी तत्वदर्शी संत की भक्ति करनी पड़ेगी। और इसके अनुसार वर्तमान में तत्वदर्शी संत केवल रामपाल है। उसकी भक्ति के अलावा तुम कितनी ही कावड़ ले आओ या भंडारे करवा लो कोई फायदा नहीं होने वाला।

हालांकि इसके अनुसार तथाकथित तत्वदर्शी संत रामपाल देशद्रोह से लेकर अवैध गर्भपात सेंटर चलाने तक के जघन्य अपराधों में उम्रकैद की सजा काट रहा है। यहाँ तक कि इस ढोंगी स्वयंभू रामपाल पर अपने एक अनुयायी की हत्या का भी आरोप है।

इस ढोंगी रामपाल को यह आदमी ब्रह्मांड की एकमात्र शक्ति बताता है और दावा करता है कि इसकी भक्ति के अलावा और किसी की भक्ति का कोई फायदा नहीं है। केवल इस रामपाल की भक्ति से ही हमारा मानव शरीर भी निरोगी रहेगा। रामपाल के मर्यादित भक्त को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ती। रामपाल से बढ़कर कोई डॉक्टर, कोई वैद्य नहीं है।

अंत में यह आदमी रामपाल का एक वीडियो शेयर करता है जिसमें रामपाल वही सब अनर्गल प्रलाप कर रहा है जिससे इसके जैसे लाखों लोग ब्रेनवाश्ड हैं।

जाते जाते ढोंगी रामपाल के कुकर्मों पर एक नजर भी डाल लेते हैं

जिस रामपाल की यह आदमी इतनी तारीफ कर रहा है और उसे भगवान राम और ब्रह्म, विष्णु और महेश से भी उच्च कोटि का बता रहा है, जरा उसके कुकर्मों पर भी एक नजर डाल लेते हैं। रामपाल हाल में हिसार जेल में अपनी उम्रकैद की सजा काट रहा है। उस पर अनेकों आरोप हैं जिसमे प्रमुख है अवैध गर्भपात सेंटर खोलने, अनुयायी की हत्या करने, आश्रम में हथियार रखने और सरकारी काम में बाधा डालना।

गौरतलब है कि जिस रामपाल को यह आदमी तत्त्वदर्शी संत और ब्रह्मांड की अंतिम शक्ति बता रहा है वह सजा सुनाए जाने के समय ना केवल अपने घुटनों पर गिर पड़ा बल्कि रोते हुए गिड़गिड़ाते हुए जज से रहम की भीख मांगने लगा था। उसने जज को कबीर भक्त होने का व्यस्त भी दिया ताकि उसकी सजा कुछ कम हो सके। हालांकि जज साहब जरा भी नहीं पिघले और चुपचाप उठकर चले गए। तब से इसका तथाकथित तत्वदर्शी संत और ब्रह्मांड की अंतिम और एकमात्र शक्ति हिसार जेल में सड़ रही है।