अमेरिकी वायुसेना ने दुनिया के सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान F-35 को ठुकराकर F-15 क्यों चुना

अमेरिकी वायुसेना ने दुनिया के सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान F-35 को ठुकराकर F-15 क्यों चुना
स्त्रोत: Air Force Association (afa.org)

अमेरिकी वायुसेना दुनिया मे सबसे ताकतवर वायुसेना मानी जाती है। इसे बेड़े मे शामिल F-22 और F-35 जैसे पाँचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान इसे दुनिया की सबसे खतरनाक वायुसेना बनाते हैं।

F-22 और F-35 दोनों ही लड़ाकू विमान दुनिया के सबसे ताकतवर और घातक लड़ाकू विमान माने जाते हैं। लेकिन हाल ही मे एक चौकानें वाली खबर आई है।

बताया जा रहा है कि अमेरिका की वायुसेना ने सरकार को एक लिस्ट सौंपी है, जिसमे इस साल खरीदे जाने वाले हथियारों और उपकरणों का ब्यौरा है। अमेरिकी वायुसेना अपनी सरकार को हर साल ऐसी एक लिस्ट सौंपती है और सरकार से उस साल के लिए जरूरी हथियारों और उपकरणों को उपलब्ध करवाने की मांग करती है।

अब चौकानें वाली बात यह है कि अमेरिकी वायुसेना द्वारा सौंपी गई इस साल की लिस्ट मे सबसे घातक पाँचवी पीढ़ी का लड़ाकू विमान F-35 नहीं है।

F-35 के निर्माण के बाद से ही यह पहली बार है कि पाँचवी पीढ़ी का यह लड़ाकू विमान अमेरिकी वायुसेना की सालाना डिमांड लिस्ट मे नहीं है। इसकी जगह वायुसेना ने अपेक्षाकृत कम सक्षम और चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान F-15EX की मांग की है।

अमेरिकी वायुसेना की इस मांग ने दुनिया भर के रक्षा विशेषज्ञों को हैरत मे डाल दिया है। दरअसल F-35 जैसे पाँचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान पर पुराने चौथी पीढ़ी के F-15EX को प्राथमिकता देना आश्चर्यजनक बात है।

हालांकि F-15EX भी काफी घातक और सक्षम विमान है और अनेक खूबियों से लैस है। यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है कि बोइंग कंपनी द्वारा बनाए जा रहे इस विमान का ऑफर भारत को भी दिया गया है। भारतीय वायुसेना की MMRCA-2.0 डील के लिए बोइंग द्वारा F-15EX का ऑफर दिया गया है। वहीं अमेरिका की सरकार ने भी भारत को यह विमान बेचे जाने की मंजूरी दे दी है।

F-15 विमान का इतिहास और खूबियाँ

अमेरिकी वायुसेना ने दुनिया के सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान F-35 को ठुकराकर F-15 क्यों चुना
स्त्रोत: The Week (theweek.in)

अमेरिकी वायुसेना मे साल 1976 मे सबसे पहले F-15C विमानों को शामिल किया गया था। जबकि 1988 मे इसी का उन्नत स्वरूप F-15E शामिल किया गया। वर्तमान मे अमेरिका की वायुसेना मे 266 की संख्या मे F-15C शामिल है जबकि F-15E की संख्या 219 है।

F-15EX, F-15E का ही उन्नत स्वरूप है। साथ ही इसमे काफी उपकरण पाँचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के लगाए गए हैं, जिसके कारण यह काफी घातक हो जाता है। इसलिए इसे 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान भी कहा जाता है।

अगर तकनीकी रूप से बात करें तो F-15EX मे 2 Pratt & Whitney F 100-200 Turbofan इंजन लगे हुए हैं जो इसे 210 किलो न्यूटन का थ्रस्ट प्रदान करते हैं। इतनी पॉवर के साथ यह विमान 2.5 मैक की गति से उड़ान भर सकता है।

इसका अधिकतम take-off weight 36287 किलोग्राम है, वहीं इसकी आंतरिक ईंधन क्षमता 6055 किलोग्राम है। इतने वजन के साथ यह विमान अधिकतम 60000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इसकी Combat Range 1770 किलोमीटर तक है।

F-15EX मे कुल 23 वेपन पॉडस हैं। इसका मतलब है कि यह विमान अलग अलग तरह के 23 हथियारों और मिसाइलों को लेकर जा सकता है। साथ ही इसमें कुछ ऐसे बदलाव भी किये गए हैं जिससे यह भविष्य के हाइपरसोनिक हथियारों को भी ले जा सकता है। इसकी Service Life लगभग 30000 घंटों की है।

F-15EX विमान की एक यूनिट की कीमत लगभग 80 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, जबकि इसकी एक घंटे की उड़ान मे लगभग 27000 डॉलर का खर्च आता है।

F-35 vs F-15EX

 

F-35

F-15EX

Engine

1 Pratt & Whitney F 130-100 Turbofan

2 Pratt & Whitney F 100-200 Turbofan

Max Take-off Weight

31751
KG

36287
KG

Fuel Capacity

8278 KG

6055 KG

Thrust

190 KN

210 KN

Speed

1.6 Mach

2.5 Mach

Service Ceiling

50,000
ft

60,000
ft

Combat Range

1078 KM

1770 KM

Weapon Pods

10

23

Service Life

24,000 Hours

30,000 Hours

Per Hour Flying Expense

$35,000

$27,000

Price Per Unit

$110 Million

$80 Million


अमेरिकी वायुसेना मे F-35 की जगह F-15EX को क्यों चुना

दरअसल F-35 एक सक्षम और ताकतवर विमान तो है ही लेकिन यह बेहद मंहगा भी है। F-35 जैसे पाँचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान को ऑपरेट करना किसी भी देश की वायुसेना के लिए बहुत मंहगा पड़ता है। आपको याद होगा कि कुछ समय पहले अमेरिका की वायुसेना के प्रमुख ने कहा था कि आप रोज अपनी फेरारी लेकर ऑफिस नहीं जा सकते।

वहीं स्टेल्थ तकनीक के कारण इन विमानों की भी कुछ सीमाएं है। जैसे कि यह बहुत ज्यादा हथियारों को लेकर नहीं जा सकते। क्योंकि एक पाँचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान मे स्टेल्थ को बनाए रखने के लिए हथियारों को विमान के अंदर छुपाना होता है।

इसके अलावा अमेरिका की वायुसेना F-15 सीरीज के विमानों को पहले से ही ऑपरेट कर रही है और इसके लिए उन्हे कोई अलग से प्रशिक्षण पर खर्च नहीं करना पड़ेगा। दूसरी ओर मेंटेनेंस के स्तर पर भी F-15EX काफी सस्ता पड़ता है।

इन्ही सब कारणों को ध्यान मे रखते हुए अमेरिकी वायुसेना ने F-35 के ऊपर F-15EX को प्राथमिकता दी है और सरकार से 12 नए F-15EX विमानों की मांग की है।